Various (Ghulam Ali, Chaaya Ganguli) – Zihaal-e-Miskin Makun Taghaful lyrics
Album: Various
ज़िहाले-ए मिस्कीं मकुन तग़ाफ़ुल, दुराये नैना बनाये बतियाँ।
के ताब-ए हिजरां, नदारम ऐ जाँ, न लेहो काहे लगाये छतियाँ।।
शबान-ए-हिजरां दराज़ चुन ज़ुल्फ, वा रोज़-ए-वस्लत चो उम्र कोता।
सखी-पिया को जो मैं ना देखूँ, तो कैसे काटूँ अंधेरी रतियाँ।।
यकायक अज़ दिल दो चश्म-ए-जादू, बसद फरेबां बाबुर्द तस्कीन।
किसे पड़ी है जो जा सुनावे, पियारे पी को हमारी बतियाँ।।
चो शमा सोज़ाँ, चो ज़र्रा हैरां, हमेशा गिरयां बा इश्क़ आं माह।
न नींद नैना, न अंग छाना, न आप आवें ना भेजें पातियाँ।।
बहाक़-ए-रोज़-ए-विसाल-ए-दिलबर, के दाद मारा ग़रीब ख़ुसरो।
सपेट मन के वराये रखूँ, जो जाये पाऊं पिया के खतियाँ।।
ज़िहाले-ए मिस्कीं मकुन तग़ाफ़ुल, दुराये नैना बनाये बतियाँ।
के ताब-ए हिजरां, नदारम ऐ जाँ, न लेहो काहे लगाये छतियाँ।।
Submitted by Guest